Updated on: 02 July, 2025 12:18 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
पंजाब की 16 वर्षीय बैडमिंटन खिलाड़ी तनवी शर्मा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जूनियर इंटरनेशनल सर्किट में वर्ल्ड नंबर 1 रैंक हासिल की है.
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पंजाब की गोल्डन गर्ल तनवी शर्मा ने एक नया इतिहास रच दिया है. मात्र 16 वर्ष की उम्र में तनवी ने बैडमिंटन की जूनियर वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर 1 स्थान हासिल कर अंतरराष्ट्रीय सर्किट में सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है. होशियारपुर की रहने वाली तनवी ने अपनी लगन, मेहनत और प्रतिभा के दम पर न केवल पंजाब, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है.
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तनवी शर्मा का सफर बेहद प्रेरणादायक है. बहुत छोटी उम्र से ही उन्होंने बैडमिंटन को अपना जुनून बना लिया था. परिवार और कोच के मार्गदर्शन में तनवी ने स्थानीय टूर्नामेंट्स से शुरुआत की और धीरे-धीरे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी. हाल ही में अंतरराष्ट्रीय जूनियर सर्किट में तनवी ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए विश्व रैंकिंग में शीर्ष स्थान प्राप्त किया. सबसे खास बात यह रही कि फाइनल मुकाबले में उन्होंने अमेरिका की खिलाड़ी को कड़े मुकाबले में हराकर जूनियर विमेंस सिंगल्स की नंबर 1 रैंक अपने नाम की.
ਪੰਜਾਬ ਲਈ ਇਤਿਹਾਸਕ ਤੇ ਮਾਣ ਵਾਲੇ ਪਲ਼।
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) July 2, 2025
ਹੁਸ਼ਿਆਰਪੁਰ ਦੀ ਤਨਵੀ ਸ਼ਰਮਾ ਨੇ 16 ਸਾਲ ਦੀ ਉਮਰ ‘ਚ ਵਿਸ਼ਵ ਪੱਧਰ ‘ਤੇ ਪੰਜਾਬ ਸਮੇਤ ਦੇਸ਼ ਦਾ ਨਾਮ ਹੋਰ ਉੱਚਾ ਕੀਤਾ ਹੈ। ਤਨਵੀ ਨੇ ਬੈਡਮਿੰਟਨ ਦੇ Junior Women’s Singles ਦੇ ਫਾਈਨਲ ‘ਚ ਅਮਰੀਕਾ ਦੀ ਖਿਡਾਰਨ ਨੂੰ ਹਰਾ ਕੇ ਨੰਬਰ 1 ਦਾ ਖਿਤਾਬ ਆਪਣੇ ਨਾਮ ਕੀਤਾ। ਸ਼ਾਨਦਾਰ ਪ੍ਰਾਪਤੀ ਲਈ ਤਨਵੀ ਦੇ… pic.twitter.com/aPtmqoYQgJ
उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर पूरे पंजाब में खुशी की लहर है. राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया पर तनवी को बधाई देते हुए लिखा कि "यह पंजाब के लिए ऐतिहासिक और गर्व का क्षण है. होशियारपुर की तनवी शर्मा ने मात्र 16 साल की उम्र में विश्व स्तर पर पंजाब सहित देश का नाम ऊंचा किया है." मुख्यमंत्री ने तनवी, उनके कोच और माता-पिता को शुभकामनाएं दीं और आशा जताई कि तनवी इसी तरह आगे बढ़ती रहें और पंजाब का नाम वैश्विक मंच पर चमकता रहे.
तनवी की सफलता इस बात का उदाहरण है कि कड़ी मेहनत, समर्पण और सही मार्गदर्शन से कोई भी सपना हकीकत बन सकता है. उनके कोच का भी योगदान इस उपलब्धि में बेहद महत्वपूर्ण रहा, जिन्होंने तनवी की प्रतिभा को पहचाना और उसे संवारने में कोई कसर नहीं छोड़ी. वहीं तनवी के माता-पिता ने भी हर कदम पर उनका साथ दिया और हर चुनौती का डटकर सामना किया.
तनवी की इस कामयाबी से पंजाब और देश के अन्य युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी कि यदि वे दिल से प्रयास करें तो हर मंजिल पाई जा सकती है. उम्मीद है कि तनवी शर्मा की यह सफलता केवल एक शुरुआत है और आने वाले वर्षों में वह और भी बड़े मुकाम हासिल करेंगी. उनकी जीत भारत की बेटियों की ताकत और संभावनाओं का प्रतीक बन गई है. तनवी का संघर्ष, आत्मविश्वास और उनकी जीत हर युवा के लिए प्रेरणा का स्रोत है.
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