Updated on: 02 July, 2025 03:20 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
पुलिस ने बुधवार को बताया कि उसने शिशु को दो अनजान साथी यात्रियों को सौंप दिया.
प्रतीकात्मक तस्वीर
सोमवार दोपहर को नवी मुंबई में एक लोकल ट्रेन में एक महिला ने कथित तौर पर अपने 15 दिन के बच्चे को छोड़ दिया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने बुधवार को बताया कि उसने शिशु को दो अनजान साथी यात्रियों को सौंप दिया और उनसे उतरने में मदद मांगी, लेकिन फिर आगे की यात्रा की, जबकि वे बच्चे को पकड़े रह गए. अब उसका पता लगाने के प्रयास जारी हैं.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना उपनगरीय हार्बर लाइन ट्रेन में हुई. दरवाजे के पास बैठी महिला ने दो अन्य महिला यात्रियों से मदद मांगी, उन्होंने दावा किया कि उसके एक हाथ में शिशु और दूसरे में सामान है. ये यात्री, जो पहले जुईनगर रेलवे स्टेशन पर उतरने की योजना बना रहे थे, ने अपनी यात्रा को अगले पड़ाव, सीवुड्स स्टेशन तक बढ़ाने का फैसला किया, ताकि उसकी मदद की जा सके.
सीवुड्स में, दो मददगार यात्री पहले उतर गए, और महिला ने शिशु को उन्हें सौंप दिया. हालांकि, खुद उतरने के बजाय, वह अपना सामान लेने का नाटक करते हुए ट्रेन के दरवाजे पर ही रही. जैसे ही ट्रेन चलने लगी, वह ट्रेन में ही रही. रिपोर्ट के अनुसार बच्चे को पकड़े हुए दो यात्रियों ने शुरू में सोचा कि महिला गलती से उतरी नहीं है और अगले स्टेशन से विपरीत दिशा में जाने वाली ट्रेन से वापस आ जाएगी. हालांकि, वह कभी वापस नहीं आई. घटना के बाद दोनों यात्री बच्चे को लेकर पुलिस के पास गए और घटना के बारे में बताया. उन्हें वाशी रेलवे पुलिस के पास ले जाया गया, जिसने तुरंत महिला की तलाश शुरू कर दी.
एक अधिकारी ने बताया कि महिला के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 93 (12 साल से कम उम्र के बच्चे को छोड़ना और छोड़ना) के तहत मामला दर्ज किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक विभिन्न स्टेशनों से सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर, पुलिस ने पाया कि महिला सीवुड्स से पांच स्टॉप आगे खंडेश्वर रेलवे स्टेशन पर उतरी थी. उसका पता लगाने के लिए जांच जारी है. यह घटना पिछले हफ्ते ही नवी मुंबई में एक और बच्चे को छोड़ने के मामले के बाद हुई है.
पनवेल टाउन पुलिस को टक्का कॉलोनी में एक सड़क पर एक टोकरी में तीन दिन का बच्चा मिला. जहां शिशु के माता-पिता ने उसके पास एक नोट छोड़ा था, जिसमें लिखा था कि वे अपनी खराब आर्थिक स्थिति के कारण शिशु का पालन-पोषण करने में असमर्थ हैं, इसलिए उन्हें शिशु को छोड़ना पड़ा. हालांकि नवी मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने 24 घंटे के भीतर शिशु के पिता, जो ठाणे के भिवंडी का निवासी है, को खोज निकाला और हिरासत में ले लिया. उस मामले में जांच से पता चला कि शिशु का जन्म एक अविवाहित मां से हुआ था, और माता-पिता ने उसे पनवेल के एक अनाथालय में छोड़ने का फैसला किया था.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT