Updated on: 30 May, 2025 05:29 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
पीएम मोदी शुक्रवार को बिहार के काराकाट में एक रैली को संबोधित कर रहे थे.
पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार. तस्वीरें/पीटीआई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार दौरे के दौरान ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की. बिहार की जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि पहलगाम आतंकी हमलों के बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी ठिकानों को नष्ट करने का अपना वादा पूरा करके ही वे राज्य लौटे हैं. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार पीएम मोदी शुक्रवार को बिहार के काराकाट में एक रैली को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "सासाराम की धरती का नाम भी राम के नाम से जुड़ा है. सासाराम के लोग भगवान राम की रीति-नीति जानते हैं. `प्राण जाए पर वचन न जाए`... पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले के ठीक एक दिन बाद मैंने बिहार की धरती से देश को वादा किया था कि आतंकवाद के आकाओं के ठिकानों को धूल में मिला दिया जाएगा और उन्हें उनकी कल्पना से परे सजा मिलेगी. आज मैं बिहार आया हूं. अपना वादा पूरा करके लौटा हूं."
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रिपोर्ट के मुताबिक देश को झकझोर देने वाले पहलगाम आतंकी हमले पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों द्वारा किए गए जघन्य आतंकी हमले में कई निर्दोष नागरिकों की जान चली गई. पीएम मोदी ने कहा कि "भारत की बेटियों के `सिंदूर` की ताकत पाकिस्तान और दुनिया ने देखी है." अपने भाषण में पाकिस्तान की आलोचना करते हुए मोदी ने कहा कि आतंकी हमेशा पाकिस्तानी सेना के संरक्षण में खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं. हालांकि, भारत के पास उनसे निपटने का अपना तरीका है. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने उन्हें `घुटनों पर` ला दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत की बेटियों के `सिंदूर` की ताकत... यह पाकिस्तान के साथ-साथ दुनिया ने भी देखी है! आतंकी पाकिस्तानी सेना के संरक्षण में खुद को सुरक्षित मानते थे... हमारी सेना ने उन्हें एक झटके में घुटनों पर ला दिया." ऑपरेशन सिंदूर की प्रशंसा करने और इसकी सफलता का जश्न मनाने के साथ ही प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि कैसे प्रशासन और रक्षा सेवा के जवान बिहार और भारत के अन्य हिस्सों में नक्सलवाद का मुकाबला करने के लिए काम कर रहे हैं. नक्सलवाद और लाल आतंक के खिलाफ केंद्र की लड़ाई की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब देश से माओवादी हिंसा पूरी तरह खत्म हो जाएगी. रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री ने कहा कि नक्सलवाद की वकालत करने वालों को डॉ. बीआर अंबेडकर पर भरोसा नहीं है, लेकिन ऐसी परिस्थितियों में भी सीएम नीतीश कुमार ने बिहार में विकास को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किया. पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले भारत के 75 जिले नक्सलवाद से प्रभावित थे, जो अब घटकर 18 रह गए हैं. बिहार दौरे के दौरान रैली में उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी शामिल हुए.
जनता को संबोधित करने से पहले पीएम मोदी ने 48,520 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. औरंगाबाद जिले में नबीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के दूसरे चरण (3x800 मेगावाट) का शिलान्यास एक प्रमुख आकर्षण रहा, जिसकी लागत 29,930 करोड़ रुपये से अधिक है. रिपोर्ट के मुताबिक इस परियोजना से क्षेत्र में बिजली उत्पादन, औद्योगिक विकास और रोजगार में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है. प्रधानमंत्री मोदी एनएच-119ए के पटना-आरा-सासाराम खंड को चार लेन का बनाने, वाराणसी-रांची-कोलकाता राजमार्ग (एनएच-319बी) को छह लेन का बनाने, रामनगर-कच्ची दरगाह खंड (एनएच-119डी) और बक्सर और भरौली के बीच एक नए गंगा पुल सहित प्रमुख सड़क अवसंरचना पहलों की आधारशिला भी रखेंगे.
इसके अलावा, उन्होंने एनएच-22 के पटना-गया-डोभी खंड को चार लेन का बनाने और एनएच-27 पर गोपालगंज टाउन में सड़क उन्नयन का उद्घाटन किया. रेल क्षेत्र में, प्रधानमंत्री सोन नगर और मोहम्मद गंज के बीच 1,330 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित तीसरी रेल लाइन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिसका उद्देश्य रेल क्षमता और क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ाना है. गुरुवार शाम को पीएम मोदी ने पटना में रोड शो किया.
बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे और उनका उत्साहपूर्वक स्वागत किया. प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया, जिनमें से कई तिरंगा लिए हुए थे. उन्होंने नारे भी लगाए. मार्ग के किनारे रहने वाले लोग प्रधानमंत्री मोदी की एक झलक पाने के लिए छतों और बालकनियों पर आ गए. पीएम मोदी ने गुरुवार शाम पटना में जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन के उद्घाटन में भी हिस्सा लिया. उद्घाटन समारोह में उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू भी थे. लगभग 1,200 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित, जिस टर्मिनल का प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया है, वह सालाना एक करोड़ यात्रियों की सेवा करेगा. प्रधानमंत्री बिहटा हवाई अड्डे पर नए सिविल एन्क्लेव की आधारशिला भी रखेंगे, जो 1,410 करोड़ रुपये की परियोजना है जिसका उद्देश्य पटना के पास तेजी से बढ़ते शैक्षणिक और आवासीय क्षेत्रों की सेवा करना है.
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