नगर निगम अधिकारियों के अनुसार, आग इतनी भयंकर नहीं थी कि उसने पूरे बिल्डिंग को अपनी चपेट में लिया, लेकिन धुएं के कारण वहां की स्थिति काफी गंभीर हो गई थी. घटना के बाद तुरंत ही बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की आपातकालीन प्रतिक्रिया शुरू कर दी गई थी.
इसके साथ ही मुंबई फायर ब्रिगेड (एमएफबी) ने अपनी आठ दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा और अग्निशमन अभियान को शुरू किया.
घटनास्थल पर पुलिस और बेस्ट की टीम के साथ-साथ नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद थे. आपातकालीन सेवाओं में शामिल 108 एम्बुलेंस के कर्मियों ने भी फौरन सहायता प्रदान की. फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया और दमकल गाड़ियों ने आसपास के इलाकों को सुरक्षित किया.
इस घटना से संबंधित किसी भी व्यक्ति के घायल होने या मारे जाने की जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है. हालांकि, पुलिस और नगर निगम के अधिकारियों ने पूरी जांच शुरू कर दी है. आग के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.
मुंबई जैसे बड़े शहरों में ऐसी घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, जिनसे लोगों की जान-माल की सुरक्षा पर असर पड़ सकता है. शहर में समय-समय पर अग्निशमन सेवाओं को सक्रिय कर लिया जाता है, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए बिल्डिंगों की सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी पर अधिक ध्यान देना आवश्यक है.
मुंबई में यह अग्निकांड एक बड़ा मुद्दा बन गया है, क्योंकि सुखशांति बिल्डिंग का यह शोरूम एक प्रमुख व्यापारी क्षेत्र में स्थित था, और आग लगने के कारण आसपास के व्यापारियों में भी डर का माहौल है.
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस हादसे की जांच पूरी की जाएगी और आग लगने के कारण का पता लगाया जाएगा.
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