मंगलवार सुबह लगभग 10 बजे से यह अभियान शुरू हुआ, जिसमें रेलवे इंजीनियरिंग विभाग के SSE(W/L) की अगुवाई में मजदूरों ने झोपड़पट्टियों को हटाना शुरू किया. (स्टोरी बाय- Rajendra B Aklekar)
इस दौरान, लगभग 80 अनाधिकृत झोपड़पट्टियाँ ध्वस्त की गईं. रद्दी सामग्री जैसे लोहे के पतरे, बांस और अन्य सामान तोड़े गए झोपड़ों से बाहर निकाले गए,
जिन्हें बाद में IOW द्वारा सुरक्षित रूप से गोदाम में जमा किया गया. इस दौरान दो ट्रक भी मौके पर लाए गए थे, जिनमें यह सामग्री रखी गई.
इस अभियान के दौरान पुलिस बल की मौजूदगी बेहद महत्वपूर्ण रही. बोरिवली रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) के 33 अधिकारी और कर्मचारी, ग्राउंड रेलवे पुलिस (GRP) के 70 कर्मचारी, जिनमें PSI और अन्य स्टाफ सदस्य शामिल थे,
और सिटी पुलिस के 7 पुलिसकर्मी, सभी ने मिलकर सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित किया. इस पूरी प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करने में पुलिस बल का विशेष योगदान था.
इस कार्रवाई में शामिल पुलिस बल का विवरण इस प्रकार था:
- RPF: 33 कर्मी (IPF-01, SIPF-03, ASI-01, L/Ct-05, Ct-19, MSF-04)
- GRP: 70 कर्मी (PSI-04, अन्य स्टाफ-63, Home Guard-03)
- City Police: 7 कर्मी (PSI-01, अन्य स्टाफ-06)
कुल मिलाकर 110 पुलिसकर्मियों ने इस अभियान में भाग लिया और पूरे इलाके को सुरक्षित किया.
इस अभियान का उद्देश्य रेलवे के आसपास के अवैध अतिक्रमणों को हटाना था ताकि यात्री सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके और रेलवे के संचालन में कोई रुकावट न हो. रेलवे विभाग ने इस अभियान को पूरी तरह से शांतिपूर्वक और सुव्यवस्थित तरीके से अंजाम दिया.
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