अखिल चित्रे ने अपनी पोस्ट में शिव संचार सेना की ओर से वीवो इंडिया को कुछ सख्त सुझाव दिए हैं.
उन्होंने कहा कि यदि वीवो इंडिया इन सुझावों को लागू नहीं करती है, तो इसके परिणामों के लिए पूरी तरह से वीवो मोबाइल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड जिम्मेदार होगी. चित्रे ने यह भी चेतावनी दी कि अगर वीवो इंडिया ने मराठी भाषा का सम्मान करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया, तो शिवसेना (UBT) इस मामले में कोई कोताही नहीं बरतेगी और इस पर सख्त कदम उठाए जाएंगे.
इस संबंध में शिव संचार सेना ने वीवो इंडिया के निदेशक श्री श्रीराम बच्छाव को एक पत्र भी सौंपा है. पत्र में कंपनी से मराठी भाषा का सम्मान करने और मराठी ग्राहकों की प्राथमिकता देने की अपील की गई है.
शिवसेना (UBT) के नेताओं का कहना है कि महाराष्ट्र में किसी भी कंपनी को स्थानीय भाषा और संस्कृति का अपमान करने की अनुमति नहीं दी जा सकती. उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
अखिल चित्रे ने स्पष्ट किया कि शिवसेना (UBT) हमेशा मराठी जनमानस के अधिकारों की रक्षा करेगी. उन्होंने कहा कि यदि कोई कंपनी महाराष्ट्र में व्यापार करती है, तो उसे मराठी भाषा का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि यह राज्य की अस्मिता और संस्कृति का हिस्सा है.
चित्रे ने यह भी कहा कि शिवसेना (UBT) इस मुद्दे को लेकर कोई समझौता नहीं करेगी और मराठी भाषा का सम्मान न करने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.
इस मुद्दे को लेकर अब राजनीतिक और व्यापारिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है. अब यह देखने वाली बात होगी कि वीवो इंडिया इस पर क्या कदम उठाती है और शिवसेना (UBT) द्वारा उठाए गए कदमों पर कंपनी की प्रतिक्रिया क्या होती है. इस घटना ने यह भी साफ कर दिया है कि महाराष्ट्र में व्यापार करने वाली कंपनियों के लिए मराठी भाषा का सम्मान जरूरी है, और इसके उल्लंघन के खिलाफ शिवसेना (UBT) कोई समझौता नहीं करेगी.
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