Updated on: 29 April, 2025 09:56 AM IST | Mumbai
Shirish Vaktania
पालघर पुलिस ने अरब सागर में संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी के लिए दो ड्रोन का इस्तेमाल शुरू किया है, जो राज्य सरकार के मत्स्य विभाग से प्राप्त किए गए हैं.
Pics/Hanif Patel
पालघर के पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल ने मिड-डे को बताया कि अरब सागर की निगरानी में ड्रोन बेहद कारगर साबित हुए हैं. पुलिस को राज्य सरकार के मत्स्य विभाग से दो ड्रोन मिले हैं, जो उन्हें अवैध नावों और संदिग्ध गतिविधियों का कुशलतापूर्वक पता लगाने में मदद कर रहे हैं. पुलिस ने ड्रोन को संचालित करने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम भी नियुक्त की है.
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पालघर पुलिस के पास चार गश्ती नौकाएं हैं, लेकिन केवल एक ही चालू है. बाकी की मरम्मत की जा रही है. इसके चलते विरार और दहानू के बीच लगभग 81 किलोमीटर लंबी तटरेखा की निगरानी के लिए ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है.
पालघर पुलिस मुंबई महानगर क्षेत्र में ड्रोन का इस्तेमाल करने वाली पहली कानून लागू करने वाली पुलिस है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा उपाय के तौर पर पालघर पुलिस ने गश्ती नौकाओं की कमी के कारण मानव रहित हवाई वाहनों के जरिए समुद्री गश्त शुरू की है.
पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है. पुलिस को सड़कों पर और अपने तटीय क्षेत्रों में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाने के लिए कहा गया है. एसपी पाटिल ने कहा, "ये ड्रोन समुद्र में 50 समुद्री मील से अधिक की दूरी तय कर सकते हैं और हम 81 किलोमीटर के क्षेत्र की प्रभावी निगरानी कर रहे हैं. हम हर आठ घंटे में बैकअप बैटरी भी चार्ज करते हैं. ये उन्नत ड्रोन आसानी से नावों का पता लगा सकते हैं. हमने पहलगाम हमले के बाद विरार से दहानू तक के चार मुख्य बिंदुओं- केलवा, दहानू, सतपति और दतिवरे पर सुरक्षा बढ़ा दी है. हमें तटरक्षक बल और स्थानीय मछुआरों की नावों सहित निजी नावों से भी सहायता मिल रही है." पालघर पुलिस को भी जल्द ही दो उन्नत गश्ती नौकाएँ मिलने की उम्मीद है, क्योंकि सरकार द्वारा धन आवंटित किया गया है. पुलिस और तटरक्षक बल के अलावा, मत्स्य विभाग, महाराष्ट्र समुद्री बोर्ड और सीमा शुल्क विभाग भी समुद्री मार्गों पर गश्त कर रहे हैं. लैंडिंग पॉइंट और तटीय चौकियों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस ने एक जन जागरूकता अभियान भी शुरू किया है जिसमें नागरिकों से किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की तुरंत सूचना देने का आग्रह किया गया है.
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