Updated on: 09 July, 2025 08:25 AM IST | Mumbai
Rajendra B Aklekar
भारत बंद 2025 के तहत केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया है. हालांकि, मुंबई में जनजीवन पर इसका व्यापक असर नहीं पड़ेगा, जब तक कि स्थानीय स्तर पर कोई व्यवधान न हो.
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केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा बुधवार को बुलाए गए भारत बंद से मुंबई परिवहन और विभिन्न अन्य क्षेत्र काफी हद तक अप्रभावित रहेंगे, जब तक कि स्थानीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन और जबरन व्यवधान न हों.
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दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और उनके सहयोगियों के गठबंधन ने सरकार की "मज़दूर विरोधी, किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी कॉर्पोरेट समर्थक नीतियों" के विरोध में बंद का आह्वान किया है.
"हाँ. हम विरोध प्रदर्शन करेंगे, लेकिन रेलवे प्रतिष्ठान के सामान्य कामकाज में कोई व्यवधान नहीं होगा. यह कार्रवाई पूरी तरह से शांतिपूर्ण, व्यवस्थित और ट्रेड यूनियन लोकतांत्रिक अभिव्यक्ति की सीमाओं के भीतर है. हमने अपनी फील्ड इकाइयों से 9 जुलाई 2025 को मध्य रेलवे में शांतिपूर्ण एकजुटता कार्यक्रम आयोजित करने का आह्वान किया है. ये कार्यक्रम हमारे मूल संगठन हिंद मजदूर सभा (एचएमएस) सहित सभी प्रमुख केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा आहूत राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल के समर्थन में आयोजित किए जा रहे हैं. इन प्रदर्शनों, रैलियों और गेट मीटिंगों का उद्देश्य सरकार की श्रम-विरोधी और जन-विरोधी नीतियों, विशेष रूप से उन नीतियों के प्रति श्रमिक वर्ग के बीच गहरी नाराजगी और बढ़ती अशांति को उजागर करना है, जिनका रेलवे कर्मचारियों और बड़े पैमाने पर सार्वजनिक क्षेत्र के हितों पर सीधा प्रभाव पड़ता है," मध्य रेलवे और कोंकण रेलवे पर राष्ट्रीय रेलवे मजदूर संघ (एनआरएमयू) के महासचिव वेणु नायर ने मिड-डे को बताया.
ट्रेड यूनियन नेता शशांक शरद राव ने मिड-डे को बताया, "मुंबई और उसके आसपास के ऑटो और टैक्सियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि हम हड़ताल में भाग नहीं ले रहे हैं." प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं
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