बोरीवली में स्थित `ग्लोबल विपश्यना पगोडा` रात के समय भी कई हजारों मीटर से भी दिखाई देता हैं.
`ग्लोबल विपश्यना पगोडा` का निर्माण बेहद खास तरीके से की गई हैं.
`ग्लोबल विपश्यना पगोडा` का निर्माण साल 2000 में शुरू हुआ और साल 2009 में पूरा हुआ था.
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि `ग्लोबल विपश्यना पगोडा` में 8000 लोगों एक साथ मिलकर विपश्यना कर सकते हैं, जोकि 61300 वर्गफीट तक फैला है.
यह स्थान ध्यान और शांति की अनुभूति के लिए लोगों के बीच काफी पॉपुलर है.
यह स्थान विपश्यना मेडिटेशन केंद्र के रूप में भी प्रसिद्ध है और ध्यान की प्रशिक्षण देने के लिए जाना जाता है.
`ग्लोबल विपश्यना पगोडा` में आपको बौद्ध धर्म के महात्मा गौतम बुद्ध के जीवन के प्रमुख घटनाओं की छवियां और कथाएँ भी देखने मिलेगी.
`ग्लोबल विपश्यना पगोडा` में एक जगह ऐसी भी है जहां पर विपश्यना गुरु एसएन गोयनका और उनकी पत्नी इलायची देवी गोयनका की मूर्ति भी हैं.
भारत में विपश्यना गुरु और चर्चित आध्यात्मविद सत्य नारायन गोयनका ने साल 1969 से ही लोगों को मेडिटेशन सिखाना शुरू कर दिया था. जिसके बाद उन्होंने नाशिक के इगतपुरी में अपना मेडिटेशन सेंटर खोला.
आपको बता दें, `ग्लोबल विपश्यना पगोडा` में विभिन्न देशों से आए लोग विशेष ध्यान प्रशिक्षण के लिए आते हैं और यहां बौद्ध विचारधारा के अनुसार मेडिटेशन का अभ्यास करते हैं.
ADVERTISEMENT