Updated on: 09 April, 2025 09:33 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
अब, जट्ट के साथ सनी देओल ने पाकिस्तानी अभिनेताओं के बारे में बात की. सनी देओल से पूछा गया कि पाकिस्तानी अभिनेताओं को वापस आना चाहिए.
तस्वीर में: फवाद खान और सनी देओल
फवाद खान के बॉलीवुड में वापसी की घोषणा के बाद फिल्म प्रेमियों में खुशी की लहर है. अभिनेता वाणी कपूर के साथ अबीर गुलाल नामक रोमांटिक ड्रामा में काम करेंगे, लेकिन इस घोषणा की समाज के एक वर्ग ने कड़ी आलोचना की है, जो नहीं चाहता कि कोई पाकिस्तानी अभिनेता भारत में काम करे. अब, जट्ट के साथ आने वाले सनी देओल ने बॉलीवुड में काम करने वाले पाकिस्तानी अभिनेताओं के बारे में बात की. सनी देओल से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि फवाद खान जैसे पाकिस्तानी अभिनेताओं को भारतीय सिनेमा में वापस आना चाहिए.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
अभिनेता ने एचटी सिटी से कहा, "देखिए, मैं राजनीति में नहीं जाना चाहता क्योंकि यहीं से चीजें गड़बड़ होने लगती हैं. हम अभिनेता हैं; हम दुनिया भर में सभी के लिए काम करते हैं. भले ही कोई देख रहा हो या नहीं, हम सभी के लिए हैं. तो, ऐसी कोई बात नहीं है. दुनिया जितनी ज़्यादा हो गई है, हमें वैश्विक बने रहना चाहिए और अधिक देशों को होने देना चाहिए; ऐसा ही होना चाहिए."
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में मावरा से फवाद की आपत्तियों के बारे में पूछा गया और अभिनेत्री ने कहा, "मैं इसे व्यक्तिगत रूप से नहीं लेती. दुनिया ऐसे ही चलती है, है न? मुझे सच में लगता है कि अगर कुछ होना है, तो वह होगा. मैं अपने काम के इर्द-गिर्द होने वाले शोर को रोकती हूँ. मुझे जो करना अच्छा लगता है, मैं करती हूँ, इसलिए मैं इन चीज़ों को खुद पर असर नहीं करने देती. यह वाकई निर्माता का सिरदर्द है - जो दुखद है - लेकिन यह उनकी समस्या है. अगर मैं अपने दिमाग को यह सोचने में लगा दूँ कि `ओह, क्या होने वाला है,` तो मैं हमेशा बेचैन रहूँगी."
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने फवाद खान से कोई बातचीत की है, तो उन्होंने कहा, "जब मेरे सहकर्मी अच्छा करते हैं, तो हम निश्चित रूप से एक-दूसरे से संपर्क करते हैं. हम एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं. मैं सच में सभी के लिए शुभकामनाएँ देती हूँ. मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म वाकई अच्छा करेगी." इससे पहले अमीषा पटेल ने फवाद की रिहाई का विरोध करने वालों पर अपना पक्ष रखा था. पटेल ने कहा, "मैं पहले भी फवाद खान को पसंद करती थी. हम हर अभिनेता और हर संगीतकार का स्वागत करते हैं. यह भारत की संस्कृति है."
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT