Updated on: 03 December, 2024 05:41 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
ढाई मीटर का शीशा टूटने से बच्ची नीचे गिर गई.
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यह एक हैरान कर देने वाला सवाल है कि जापान के लोग एक-दूसरे से पूछ रहे हैं कि यह कानून का पालन करने वाला है या दिमाग उड़ाने वाला. बताया जाता है कि 31 अगस्त को टोक्यो के पूर्व में चिबा प्रान्त में एक 17 वर्षीय अज्ञात लड़की ने एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की बारहवीं मंजिल से छलांग लगा दी. ढाई मीटर का शीशा टूटने से बच्ची नीचे गिर गई.
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उस वक्त चिकाको चिबा नाम की 32 साल की महिला अपनी तीन बहनों के साथ वहां जा रही थी, तभी आत्महत्या करने वाली लड़की इसी चिकाको पर गिर पड़ी. 17 साल की लड़की की मौके पर ही मौत हो गई और चिकाको की शाम को मौत हो गई. ये आत्महत्याएं, हादसे और त्रासदियां तो हो चुकी हैं, लेकिन अब पुलिस कुछ नया लेकर आई है.
पुलिस ने चिकाको की मौत के लिए आत्महत्या करने वाली लड़की को जिम्मेदार ठहराते हुए उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करने का फैसला किया है. इसलिए, पुलिस ने तर्क दिया कि लड़की इतनी समझदार थी कि उसने जो किया (यानी बारहवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली) वह सड़क पर अन्य लोगों को नुकसान पहुंचाएगा. इस फैसले के खिलाफ जापान की सोशल मीडिया पर लोगों ने पुलिस की आलोचना की है. ज्यादातर लोगों का कहना था कि मृत लड़की के खिलाफ दूसरी लड़की की मौत की शिकायत दर्ज कराना सरकार की मूर्खता और बाबुओं की अड़ियल मानसिकता को दर्शाता है.
टोक्यो स्थित क्रिमिनल जस्टिस फ्यूचर थिंक टैंक के संस्थापक शिनिची इशिजुका का कहना है कि अगर लड़की जीवित होती, तो उस पर गलत तरीके से मौत का आरोप लगाना ठीक होता, लेकिन अब जब वह चली गई है, तो शिकायत करने का कोई मतलब नहीं है; लेकिन हां, जांच के बाद और अगर ये आरोप सामने आता है तो चिकाको का परिवार आसानी से दावा कर सकेगा.
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