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म्यांमार भूकंप में मरने वालों की बढ़कर 2,000 हुई संख्या, जिंदा लोगों की है तलाश

Updated on: 31 March, 2025 07:12 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

भूकंप के कारण कई लोग मलबे में दब गए हैं. देश की सैन्य सरकार जुंटा के अनुसार, कम से कम 2000 लोग मारे गए हैं और लगभग 3,400 लोग घायल हुए हैं.

तस्वीर/एएफपी

तस्वीर/एएफपी

म्यांमार में भूकंप के बाद रेस्क्यू जारी है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इस भूकंप में कम से कम 2000 लोगों की मौत हो गई है और इसके बाद व्यापक तबाही मची है. भूकंप का असर बैंकॉक और चीनी प्रांतों तक महसूस किया गया. भूकंप के कारण कई लोग घायल हो गए हैं या मलबे में दब गए हैं. देश की सैन्य सरकार जुंटा के अनुसार, कम से कम 2000 लोग मारे गए हैं और लगभग 3,400 लोग घायल हुए हैं. लगभग 300 अन्य लापता हैं. 

रिपोर्ट के मुताबिक यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने अनुमान लगाया है कि शुरुआती मॉडलिंग के आधार पर मृत्यु दर 10,000 से अधिक हो सकती है. भूकंप का केंद्र म्यांमार के मध्य सागाइंग क्षेत्र में स्थित था, जो ऐतिहासिक शहर मांडले के पास है. 1.5 मिलियन से अधिक लोगों का घर, यह क्षेत्र गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है, जिसमें कई इमारतें, पुल और मंदिर नष्ट हो गए हैं या क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बैंकॉक में भूकंप का असर विनाशकारी था, जिसमें कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग ढही हुई ऊंची इमारत के मलबे में दब गए. निर्माणाधीन इमारत कुछ ही मिनटों में ढह गई, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई.


आपदा का जवाब देने के लिए अधिकारियों के काम में लगे रहने के कारण राजधानी में अन्य जगहों पर सात और मौतें हुईं. रिपोर्ट के अनुसार खोज और बचाव अभियान जारी है, जिसमें लगभग 80 लोग अभी भी लापता हैं. लापता लोगों के परिवार ढही हुई इमारत के स्थल पर इकट्ठा हो रहे हैं, और अपने प्रियजनों की खबर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. म्यांमार में आया भूकंप देश में एक सदी से भी अधिक समय में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप था, जिसकी तीव्रता 7.7 थी. इसके बाद कई झटके आए, जिसमें 6.7 तीव्रता का भूकंप भी शामिल था, जो पूरे सप्ताहांत में क्षेत्र में जारी रहा. बचाव दल समय के साथ दौड़ रहे हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जो इरावदी नदी पर एक प्रमुख पुल के ढहने से कट गए हैं. कई लोगों के अभी भी लापता होने के कारण, विशेषज्ञों को डर है कि मृतकों की सही संख्या सामने आने में कई सप्ताह लग सकते हैं.


इस बीच, विदेशी सहायता और अंतर्राष्ट्रीय बचाव दल म्यांमार में पहुँचना शुरू हो गए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप देश में वर्षों में आई सबसे घातक प्राकृतिक आपदा थी और यह ऐसे समय में आया है जब म्यांमार 2021 से चल रहे गृहयुद्ध से जूझ रहा है, जिसने संचार नेटवर्क को नुकसान पहुँचाया है, स्वास्थ्य ढांचे को नुकसान पहुँचाया है और लाखों लोगों को पर्याप्त भोजन और आश्रय के बिना छोड़ दिया है.

इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ रेड क्रॉस एंड रेड क्रिसेंट सोसाइटीज़ (IFRC) के एक अधिकारी के अनुसार, देश में जो तबाही मची है, वह "एशिया में एक सदी से भी अधिक समय में नहीं देखी गई है." भूकंप का असर "अगले कुछ हफ़्तों तक" महसूस किया जाएगा, IFRC के लिए म्यांमार कार्यक्रम समन्वयक मैरी मैनरिक ने CNN की लिंडा किंकडे को बताया, उन्होंने सुझाव दिया कि मौतों और घायलों की संख्या बढ़ने की संभावना है क्योंकि कुछ लोग अभी भी ढही हुई इमारतों के नीचे फंसे हुए हैं.


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