इस दौरान उनके साथ शिवसेना (UBT) के सचिव मिलिंद नार्वेकर भी मौजूद थे.
यह धार्मिक आयोजन महाराष्ट्र की राजनीति में विशेष महत्व रखता है, क्योंकि देवी तुलजा भवानी को मराठा समुदाय और राज्य के कई लोगों की आराध्या देवी माना जाता है.
शिवसेना (UBT) के उम्मीदवारों में अनुभवी नेताओं के साथ-साथ युवा चेहरों को भी मौका दिया गया है. यह रणनीति पार्टी के आधार को मजबूत करने और युवा मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए की गई है.
शिवसेना (UBT) का चुनावी प्रचार मुख्यतः किसान, युवाओं और महिलाओं के मुद्दों पर केंद्रित रहा. उद्धव ठाकरे ने अपने हर भाषण में जनता के मुद्दों को प्राथमिकता देने की बात की और महाराष्ट्र की संस्कृति और अस्मिता के संरक्षण का वादा किया.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा, जिसमें राज्य की 288 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में वोट डाले जाएंगे. मतगणना 23 नवंबर को होगी, और परिणाम उसी दिन घोषित किए जाएंगे
उद्धव ठाकरे ने चुनाव प्रचार के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में रैलियां और सभाएं कीं, जहां उन्होंने महायुति (NDA) सरकार की नीतियों की आलोचना की और महाविकास अघाड़ी के विकास कार्यों को उजागर किया.
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) को उम्मीद है कि महाविकास अघाड़ी गठबंधन को बहुमत मिलेगा, जिससे वे राज्य में स्थिर और विकासोन्मुखी सरकार का गठन कर सकेंगे.
यदि महाविकास अघाड़ी को बहुमत मिलता है, तो शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सरकार गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
पार्टी ने अपने घोषणापत्र में राज्य के समग्र विकास, रोजगार सृजन, कृषि सुधार, और बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दिया है.
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