अमित शाह ने अपने परिवार और स्थानीय जनता के साथ इस पवित्र त्योहार को हर्षोल्लास के साथ मनाया.
सुबह से ही अहमदाबाद के आकाश में रंग-बिरंगी पतंगें लहराती दिखीं, और अमित शाह ने खुद भी अपनी छत से पतंग उड़ाकर इस परंपरा का हिस्सा बने.
उन्होंने यह संदेश दिया कि भारतीय त्योहार हमारे सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन का अहम हिस्सा हैं और हमें इन्हें पूरे जोश के साथ मनाना चाहिए.
इस मौके पर अमित शाह ने मकर संक्रांति के महत्व पर भी बात की. उन्होंने कहा कि यह पर्व नई ऊर्जा, आशा और सामूहिकता का प्रतीक है.
उन्होंने लोगों से अपील की कि इस त्योहार को हर किसी के साथ साझा करें और समाज में भाईचारे को बढ़ावा दें.
अमित शाह की पतंगबाजी को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे. उन्होंने स्थानीय बच्चों और युवाओं के साथ बातचीत की और उन्हें प्रोत्साहित किया.
इस दौरान शहर में गूंजती "काई पो चे" की आवाज़ें और तिल-गुड़ की मिठास ने इस दिन को और भी खास बना दिया.
अहमदाबाद की सड़कों पर मकर संक्रांति के त्योहार का उल्लास स्पष्ट दिखाई दिया.
अमित शाह की उपस्थिति और उनकी पतंगबाजी ने इस मौके को और भी खास बना दिया. जिससे स्थानीय लोग बेहद खुश नजर आए. यह दिन परंपरा और समर्पण के प्रतीक के रूप में यादगार बना.
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