Updated on: 04 July, 2025 08:40 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
पश्चिम बंगाल के कोलकाता लॉ कॉलेज में हुए गैंगरेप के मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा के गुनाहों की पोल खुलनी शुरू हो गई है. वह पहले भी आपराधिक गतिविधियों में रहा है.
मनोजीत मिश्रा (फोटो सौजन्य: मिड-डे)
कोलकाता पुलिस में अब तक मनोजीत के खिलाफ 11 मामले दर्ज हैं. 5 मामलों में उसे गिरफ्तार किया जा चुका है और 6 अन्य मामलों में उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. खास बात यह है कि किसी भी मामले में वह दोषी साबित नहीं हुआ है. पश्चिम बंगाल के साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में हुए गैंगरेप के मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा के गुनाहों की पोल खुलनी शुरू हो गई है. वह पहले भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है. अब खबरें आ रही हैं कि स्कूल के शिक्षक समेत स्टाफ भी मनोजीत से इतना डरता था कि पुलिस में शिकायत दर्ज कराने से भी डरता था. कॉलेज की गवर्निंग बॉडी के एक सदस्य के मुताबिक, जो भी शिक्षक मनोजीत की उपस्थिति या कामकाज के तरीके पर सवाल उठाता था, उसे जान से मारने की धमकी दी जाती थी. मनोजीत कॉलेज में 500 रुपये के दैनिक भत्ते पर था. उसने कहा, "उसका वेतन 500 रुपये प्रतिदिन था, लेकिन वह कार्यालय समय के दौरान, यानी सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच शायद ही कभी आता था."
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उसने कहा, "जब एक शिक्षक ने पूछा कि वह निर्धारित समय के दौरान कार्यालय के काम के लिए क्यों नहीं आता है, तो मनोजीत गलियारे में खड़ा हो गया और कहा कि वह उसके मुंह में बंदूक डालकर उसे गोली मार देगा. शिक्षक ने शिकायत दर्ज करने की भी हिम्मत नहीं की." जब एक अन्य शिक्षक ने पैसे के बदले सीट के आरोपों पर सवाल उठाया, तो मनोजीत ने कथित तौर पर धमकी दी कि वह "उसका पीछा करेगा और उसे कुचल देगा." ऐसा कहा जाता है कि 2013 से अब तक कोलकाता पुलिस में मनोजीत के खिलाफ 11 मामले दर्ज किए गए हैं. उसे 5 मामलों में गिरफ्तार किया गया है और 6 अन्य मामलों में उसने अदालत में आत्मसमर्पण किया है.
उसे किसी भी मामले में दोषी नहीं पाया गया है. मई 2024 में कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल नयना चटर्जी ने कॉलेज की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और एक गार्ड पर हमला करने के आरोप में मनोजीत के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, सदस्य ने कहा, ``महज दो महीने बाद ही वही मनोजीत कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी बन गया और वाइस प्रिंसिपल ने इस पर कोई आपत्ति भी नहीं जताई.`` उसने कहा, ``वह कमजोर रैंक वाले छात्रों को कलकत्ता लॉ यूनिवर्सिटी की परीक्षा में बैठने में मदद करता था और रिश्वत लेकर उनका दाखिला करवाता था.`` उसने कहा, ``हमारे जैसे सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेज में, शीर्ष 700 रैंक वाले छात्रों को दाखिला मिल जाता है.``
खास बात यह है कि मनोजीत के साथ गिरफ्तार किए गए जैब अहमद की रैंक 2634 थी, लेकिन उसे पिछले साल दाखिला मिला था. फेसबुक पर मनोजीत उसे अपना भाई बताता है. कॉलेज की दूसरे साल की छात्रा ने पिकनिक के दौरान हुई एक घटना को याद किया. उसने यह भी कहा कि मनोजीत ने उसे भी निशाना बनाया था. छात्रा ने कहा, ``पिकनिक के दौरान मिश्रा चाहता था कि मैं और मेरे दोस्त एक कमरे में आकर पार्टी करें. मुझे मेरे सीनियर्स ने पहले ही चेतावनी दे दी थी, इसलिए मैं नहीं गई.`` उसने कहा, ``लेकिन मेरी दोस्त उसके साथ गई. उसने बाद में मुझे बताया कि मनोजित ने उसे आपत्तिजनक तरीके से छुआ था. वह बहुत असहज महसूस कर रही थी, लेकिन उसने उसके खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई.`` महिला ने आरोप लगाया, ``मनोजीत ने उससे कहा था कि अगर उसने शिकायत की, तो उसके लिए गवाह ढूंढना मुश्किल हो जाएगा.`` आरोप है कि साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज के पूर्व छात्र मिश्रा ने 25 जून की शाम को कॉलेज के सुरक्षा गार्ड के कमरे में प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ बलात्कार किया, जबकि संस्थान के साथी छात्र अहमद और प्रमित मुखर्जी ने उसकी मदद की.
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