Updated on: 27 May, 2024 08:47 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते ने 19 मई को प्रतिबंधित इस्लामिक स्टेट (आईएस) से जुड़े चार श्रीलंकाई लोगों को गिरफ्तार किया.
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श्रीलंका सरकार ने सोमवार को कहा कि भारत पिछले हफ्ते अहमदाबाद हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किए गए चार श्रीलंकाई आईएसआईएस संदिग्धों को हिरासत में लेगा, जबकि यहां अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या वे द्वीप राष्ट्र में आतंकवादी कृत्यों में शामिल थे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते ने 19 मई को प्रतिबंधित इस्लामिक स्टेट (आईएस) से जुड़े चार श्रीलंकाई लोगों को गिरफ्तार किया, जो अपने पाकिस्तान स्थित आकाओं के निर्देशों के बाद भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के मिशन पर थे.
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रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात एटीएस ने आरोपी को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट से पकड़ा. एटीएस ने भू-निर्देशांक के आधार पर अहमदाबाद में एक स्थान पर छोड़ी गई तीन पिस्तौल और कारतूस भी जब्त किए और उनके कब्जे से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया. ये चारों 19 मई को कोलंबो से चेन्नई के लिए इंडिगो की फ्लाइट में सवार हुए थे.
श्रीलंका के न्याय मंत्री विजयदास राजपक्षे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भारत उनसे अपने कानून के मुताबिक निपटेगा और हम उनसे अपने कानून के मुताबिक निपटेंगे. श्रीलंका इस बात की जांच करेगा कि क्या उन्होंने श्रीलंका में रहते हुए किसी आतंकवादी कृत्य में भाग लिया है या किसी समूह को सहायता और बढ़ावा दिया है. पिछले हफ्ते, श्रीलंकाई अधिकारियों ने गुजरात में गिरफ्तार किए गए चार श्रीलंकाई लोगों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय अभियान चलाया.
श्रीलंकाई पुलिस ने पिछले गुरुवार को गिरफ्तार किए गए चार आईएस संदिग्धों के एक साथी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा कि साथी एक जाने-माने ड्रग माफिया का बेटा है. उन्हें मालीगावाट्टा के केंद्रीय कोलंबो वार्ड में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस का आतंकवादी जांच विभाग उससे लगातार पूछताछ कर रहा है. इस बीच, पुलिस जांच पर टिप्पणी करते हुए श्रीलंकाई पुलिस प्रमुख देशबंधु तेनाक्लुन ने कहा कि लोगों को देश में समूह द्वारा संभावित हमले से डरने की जरूरत नहीं है. हमने हमेशा जनता को किसी भी आतंकवादी कृत्य के प्रति सतर्क रहने की चेतावनी दी है. राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करना हर किसी की जिम्मेदारी है. अगर लोग ईमानदारी से पुलिस के निर्देशों का पालन करें तो डरने की जरूरत नहीं है.
गुजरात के पुलिस महानिदेशक विकास सहाय के अनुसार, आरोपी मोहम्मद नुसरत (35), मोहम्मद फारूक (35), मोहम्मद नफरन (27) और मोहम्मद रासदीन (43) ने जांचकर्ताओं को सूचित किया है कि वे पहले एक प्रतिबंधित श्रीलंकाई संगठन से जुड़े थे. कट्टरपंथी आतंकी संगठन नेशनल तौहीद जमात (एनजेटी) और पाकिस्तानी हैंडलर अबू बक्र अल-बगदादी के संपर्क में आने के बाद आईएस में शामिल हो गया.
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