होम > न्यूज़ > नेशनल न्यूज़ > आर्टिकल > गुटखा बिक्री पर भाजपा विधायक विक्रम पचपुते का फूटा गुस्सा, FDA पर लापरवाही का आरोप

गुटखा बिक्री पर भाजपा विधायक विक्रम पचपुते का फूटा गुस्सा, FDA पर लापरवाही का आरोप

Updated on: 04 July, 2025 02:36 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

भाजपा विधायक विक्रम पचपुते ने महाराष्ट्र में गुटखा और पान मसाला की बिक्री पर प्रतिबंध के बावजूद उनकी खुलेआम उपलब्धता पर FDA की आलोचना की.

Instagram Photos / Vikram Babanrao Pachpute

Instagram Photos / Vikram Babanrao Pachpute

महाराष्ट्र में गुटखा और पान मसाला पर प्रतिबंध के बावजूद इन उत्पादों की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है. इस पर आज भाजपा विधायक विक्रम पचपुते ने महाराष्ट्र की खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) की कड़ी आलोचना करते हुए इसे “बेहद लापरवाह और निष्क्रिय” करार दिया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गुटखा और पान मसाला पर कानूनी रोक के बावजूद ये उत्पाद राज्य के कोने-कोने में खुलेआम बिक रहे हैं.

 



 


विधानसभा में बोलते हुए पचपुते ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग अब भी सरकारी कार्यालयों और यहां तक कि विधान भवन जैसी जगहों पर गुटखा थूकते पाए जाते हैं. यह तब हो रहा है जब सभी को इसके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले खतरनाक प्रभावों की जानकारी है.” उन्होंने इसे राज्य की कानून व्यवस्था और नियमों के क्रियान्वयन की असफलता बताया.

पचपुते ने FDA की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि विभाग अपने प्रवर्तन कार्यों को प्रभावी ढंग से अंजाम नहीं दे पा रहा है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों की संख्या बेहद कम है, जिससे विभाग की कार्यक्षमता पर असर पड़ा है. उन्होंने बताया कि हाल ही में FDA में 190 नए कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है, जिससे कुल स्टाफ संख्या 290 तक पहुंची है, लेकिन राज्य भर में इस संख्या को “बेहद अपर्याप्त” बताते हुए उन्होंने कहा कि इतने कम कर्मचारियों से पूरे महाराष्ट्र में निगरानी और कार्रवाई करना संभव नहीं है.

विधायक ने राज्य सरकार से अपील की कि गुटखा और पान मसाले की बिक्री पर सख्ती से प्रतिबंध लागू किया जाए और FDA की संरचना को मजबूत किया जाए. उन्होंने जोर देकर कहा कि इस मुद्दे को केवल दिखावे की कार्रवाई से नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर सख्त प्रवर्तन से सुलझाया जा सकता है.

इस दौरान पचपुते ने यह भी चेतावनी दी कि अगर सरकार जल्द कार्रवाई नहीं करती है, तो गुटखा माफियाओं के हौसले और बुलंद हो जाएंगे, जिससे न सिर्फ जनस्वास्थ्य को खतरा होगा, बल्कि शासन की साख पर भी प्रश्नचिह्न लग जाएगा.

अन्य आर्टिकल

फोटो गेलरी

रिलेटेड वीडियो

This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK