नामांकन भरने के दौरान शिवसेना के विधायक और एडवोकेट, वर्षा गायकवाड़ भी प्रमुख भूमिका में रहे, जो इस प्रक्रिया में शामिल थीं. Photos/Amol Gajanan Kirtikar instagram)
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी ने पहले प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता सचिन सावंत को अंधेरी पश्चिम सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया था. लेकिन व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए सचिन सावंत ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया, जिससे पार्टी को विकल्प के तौर पर अशोक जाधव को इस सीट से मैदान में उतारना पड़ा.
अशोक जाधव कांग्रेस के अनुभवी नेता माने जाते हैं और उनका जनाधार भी मजबूत माना जाता है, जिसे देखते हुए पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया.
महाराष्ट्र के इस चुनाव में कुल मतदान एक ही चरण में 20 नवंबर को किया जाएगा, जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी.
पूरे महाराष्ट्र में एक साथ चुनाव कराए जाने से राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर एकसमान चुनावी प्रक्रिया अपनाई जाएगी.
चुनाव आयोग ने पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत योजनाएं तैयार की हैं, ताकि बिना किसी गड़बड़ी के सुचारू रूप से चुनाव संपन्न हो सके.
महाविकास अघाड़ी, जिसमें शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल हैं, ने इस बार भी एकजुट होकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है.
यह गठबंधन वर्तमान सरकार का विपक्षी गठबंधन है और चुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उनके सहयोगियों से कड़ी टक्कर का सामना करेगा.
इन चुनावों में महाविकास अघाड़ी का मुख्य लक्ष्य महाराष्ट्र की जनता का विश्वास जीतना और राज्य में एक स्थिर एवं विकासशील सरकार का निर्माण करना है. इस बार का चुनाव कई मायनों में महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पिछले पांच सालों के विकास कार्यों और भविष्य की योजनाओं पर आधारित होगा.
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