Updated on: 05 July, 2025 12:34 PM IST | Mumbai
Sanjeev Shivadekar
कुछ दिनों बाद, मनसे के कार्यकर्ताओं ने एक दुकानदार को थप्पड़ मारा.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शुक्रवार को विधान भवन में राज्य विधानसभा के मानसून सत्र के लिए पहुंचे. फोटो/पीटीआई
महाराष्ट्र सरकार ने भाषा के नाम पर हिंसा, मारपीट या गुंडागर्दी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है. कुछ दिनों बाद, जहां महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने मराठी में बात करने से इनकार करने पर एक दुकानदार को थप्पड़ मारा, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को कड़ी नाराजगी जताई.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
इस मामले पर टिप्पणी करते हुए फडणवीस ने कहा, "पड़ोसी राज्य पाकिस्तान नहीं हैं. मैं पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से को समझ सकता हूं, लेकिन यह हमारे पड़ोसियों तक नहीं फैलना चाहिए." गृह विभाग का प्रभार भी संभाल रहे फडणवीस ने भाषा को लेकर दूसरों पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी.
उन्होंने कहा, "हम मराठी का सम्मान करते हैं और स्थानीय भाषा का सम्मान किया जाना चाहिए. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि जो लोग भाषा नहीं बोलते हैं, उन्हें पीटा जाना चाहिए." मीरा रोड की घटना का जिक्र करते हुए - जिसे अब `थप्पड़ कांड` कहा जा रहा है - फडणवीस ने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और इसमें शामिल पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है. उन्होंने दृढ़ता से कहा, "हमारी सरकार ऐसी गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेगी."
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) और शिवसेना (यूबीटी) द्वारा आयोजित 5 जुलाई की मराठी विजय दिवस रैली के बारे में पूछे जाने पर, फडणवीस ने कहा कि ठाकरे के चचेरे भाई - राज और उद्धव - मराठी पहचान के एकमात्र प्रतिनिधि नहीं हैं. उन्होंने कहा, "हम भी मराठी हैं. हमें 51 प्रतिशत वोट मिले, जिसका एक बड़ा हिस्सा मराठी भाषी नागरिकों से आया."
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT