Updated on: 05 June, 2025 08:23 AM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
पूर्व विधायक संदीप नाइक के नेतृत्व में संदीप नाइक प्रतिष्ठान और ग्रीन होप फाउंडेशन ने करावे गांव के गणपत शेठ टंडेल मैदान में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया.
X/Pics, Sandeep Naik
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर, पूर्व विधायक संदीप नाइक की पहल पर, संदीप नाइक प्रतिष्ठान और ग्रीन होप फाउंडेशन द्वारा करावे गांव के स्वर्गीय गणपत शेठ टंडेल मैदान में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए जूट बैग भी वितरित किए गए. इस वर्ष इस वृक्षारोपण अभियान की 20वीं वर्षगांठ मनाई गई.
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कार्यक्रम में नवी मुंबई के पर्यावरण प्रेमियों, करावे गांव के निवासियों, छात्रों, स्वयंसेवकों, वरिष्ठ नागरिकों, खिलाड़ियों और युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. अपने संबोधन में, संदीप नाइक ने कहा, "विकास के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन और जैव विविधता की रक्षा करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है." उन्होंने वनों की अंधाधुंध कटाई, खुली जगहों की कमी, शहरीकरण और बढ़ते प्रदूषण जैसे गंभीर पर्यावरणीय मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित किया.
To mark World Environment Day, we organized a large-scale tree plantation drive under the auspices of the Sandeep Naik Pratishthan & Green Hope at Late Ganpat Sheth Tandel Ground in Karave village. Eco-friendly jute bags were distributed to encourage sustainable practices.
— Sandeep Naik (@isandeepgnaik) June 4, 2025
This… pic.twitter.com/oZ5QlMt6B7
नाइक ने इस बात पर बल दिया कि वृक्षारोपण केवल एक पर्यावरणीय गतिविधि नहीं है, बल्कि यह एक नागरिक जिम्मेदारी है, जो घटती जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र असंतुलन के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने शहरों में सिकुड़ते शहरी जंगलों, घटते हरे-भरे क्षेत्रों और बढ़ते शहरीकरण के मद्देनजर स्थायी समाधानों की आवश्यकता को रेखांकित किया. साथ ही, उन्होंने लोगों से प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली अपनाने और पर्यावरण के अनुकूल आदतें विकसित करने की अपील की.
नाइक ने डीपीएस झील के संरक्षण को एक उत्कृष्ट उदाहरण बताया, जहां समुदाय-संचालित प्रयासों के कारण यह झील पर्यावरणीय संकट से बची. नवी मुंबई के प्रतीक फ्लेमिंगो के आवास के रूप में कार्य करने वाली इस झील को वन मंत्री गणेश नाइक द्वारा संरक्षित वन का दर्जा देने से यह संकट से बच सकी. संदीप नाइक ने इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए नवी मुंबई के पर्यावरणविदों की ओर से आभार व्यक्त किया.
इस वृक्षारोपण अभियान ने जैव विविधता को संरक्षित करने और एक स्थायी शहरी पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के महत्व को उजागर किया. नाइक ने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रकृति की धरोहर को संरक्षित करने के लिए अपने योगदान को निरंतर जारी रखें. उन्होंने यह भी कहा कि पर्यावरण संरक्षण केवल विश्व पर्यावरण दिवस तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि यह एक सतत प्रयास होना चाहिए, जिसमें सभी का योगदान हो.
"एक पेड़ मांगो - एक पाओ" पहल
संदीप नाइक प्रतिष्ठान और ग्रीन होप फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे "एक पेड़ मांगो - एक पाओ" पहल के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को पौधे वितरित किए जाते हैं जो वृक्षारोपण के लिए अनुरोध करते हैं. इस पहल के तहत, पूरे वर्ष पर्यावरण जागरूकता और संरक्षण से संबंधित गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं. स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल पेड़ गांवों, पहाड़ी क्षेत्रों, हाउसिंग सोसायटियों, औद्योगिक क्षेत्रों और खाली पड़े भूखंडों में लगाए जाते हैं. नागरिकों को पौधों की देखभाल और रोपण के बारे में मार्गदर्शन भी दिया जाता है.
यह अभियान न केवल वृक्षारोपण को बढ़ावा देता है, बल्कि यह पर्यावरणीय स्थिरता के लिए नागरिकों की जिम्मेदारी को भी प्रोत्साहित करता है.
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