होम > मुंबई > मुंबई न्यूज़ > आर्टिकल > बीएमसी का मास्टरप्लान: 74,427 करोड़ रुपये के बजट से होंगे बड़े विकास कार्य

बीएमसी का मास्टरप्लान: 74,427 करोड़ रुपये के बजट से होंगे बड़े विकास कार्य

Updated on: 04 February, 2025 12:11 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 74,427 करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जो पिछले साल की तुलना में 24% अधिक है. यह नगर आयुक्त भूषण गगरानी का पहला और प्रशासक के अधीन लगातार तीसरा बजट है.

Representational Image

Representational Image

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 74,427.41 करोड़ रुपये का बजट पेश किया. यह बजट भारत के सबसे अमीर नगर निगम के रूप में जाने जाने वाले बीएमसी के पिछले वर्ष की तुलना में 24 प्रतिशत अधिक है.

यह नगर आयुक्त भूषण गगरानी का पहला बजट है और प्रशासक के अधीन लगातार तीसरा बजट पेश किया गया है. आमतौर पर नगर आयुक्त बजट को स्थायी समिति के समक्ष प्रस्तुत करते हैं, लेकिन नगरसेवकों का कार्यकाल 7 मार्च 2022 को समाप्त होने के बाद से बीएमसी प्रशासक के नियंत्रण में है.


पिछले बजट की तुलना में वृद्धि


वित्तीय वर्ष 2024-25 में बीएमसी ने 59,954.75 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था, जो उससे पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 10.5 प्रतिशत अधिक था. इस बार बजट में और अधिक बढ़ोतरी की गई है, जिससे मुंबई के बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य सेवाओं, जल आपूर्ति और अन्य विकास कार्यों में अधिक निवेश की संभावना है.

प्रमुख बजटीय प्रावधान


>> बुनियादी ढांचा विकास – सड़कें, पुल, मेट्रो और अन्य सार्वजनिक परिवहन परियोजनाओं पर बड़ा निवेश.

>> स्वास्थ्य और शिक्षा – अस्पतालों और नगर निगम स्कूलों में सुधार के लिए अधिक फंड.

>> पर्यावरण और स्वच्छता – जल निकासी व्यवस्था और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए नई योजनाएं.

>> आपदा प्रबंधन – बाढ़ नियंत्रण और मानसून पूर्व तैयारियों के लिए अधिक धनराशि.

प्रशासक के अधीन लगातार तीसरा बजट

मुंबई नगर निगम में पिछले तीन वर्षों से कोई निर्वाचित निकाय नहीं है, जिसके चलते बजट प्रशासनिक स्तर पर ही पास किया जा रहा है. यह स्थिति नगर निगम चुनाव में देरी के कारण बनी हुई है.

बीएमसी का 74,427 करोड़ रुपये का बजट शहर के विकास के लिए कई नई योजनाओं को लागू करने का अवसर प्रदान करेगा. हालांकि, निर्वाचित निकाय की अनुपस्थिति में प्रशासन की जवाबदेही पर सवाल उठ सकते हैं. आने वाले महीनों में इस बजट के प्रभाव और नगर निगम चुनाव की संभावनाओं पर नज़र बनी रहेगी.

अन्य आर्टिकल

फोटो गेलरी

रिलेटेड वीडियो

This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK