Updated on: 18 January, 2025 08:05 PM IST | mumbai
Faizan Khan
सैफ अली खान पर हुए हमले के मामले में एक नया सुराग सामने आया है. सीसीटीवी फुटेज में आरोपी को घटना के दिन रात 9 बजे दादर की एक दुकान पर हेडफोन खरीदते हुए देखा गया.
सैफ के घर की जांच करने वाली फोरेंसिक टीम ने आरोपी के कई फिंगरप्रिंट बरामद किए.
अभिनेता सैफ अली खान पर हुए चौंकाने वाले हमले के दो दिन बाद भी बांद्रा पुलिस और मुंबई क्राइम ब्रांच अभी तक संदिग्ध को नहीं पकड़ पाई है. मामले में ताजा जानकारी सीसीटीवी फुटेज से मिली है, जिसमें आरोपी को घटना के दिन रात 9 बजे दादर की एक दुकान से हेडफोन खरीदते हुए दिखाया गया है.
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अधिकारियों का मानना है कि संदिग्ध एक पेशेवर चोर लग रहा है, क्योंकि अभिनेता की बांद्रा वेस्ट बिल्डिंग सतगुरु शरण में उसके घुसने और भागने के तरीके से अंदाजा लगाया जा सकता है. तस्वीरें और सीसीटीवी फुटेज होने के बावजूद पुलिस आरोपी की पहचान या पता लगाने में सक्षम नहीं है.
हमने अपने रिकॉर्ड की जांच की है, लेकिन संदिग्ध के हुलिए से मेल खाने वाला कोई नहीं मिला है,” मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा. डिजिटल साक्ष्य से कोई सुराग नहीं मिलने के कारण पुलिस मानवीय खुफिया जानकारी पर निर्भर है. संदिग्ध के मार्ग का पता लगाने के लिए कई समर्पित टीमें सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर रही हैं. पुलिस को पता चला है कि उसने पुलिस से बचने के लिए अपने कपड़े बदले थे.
पुलिस को दक्षिण मुंबई में एक व्यक्ति के बारे में सूचना मिली थी जो आरोपी से मिलता-जुलता था और उसे पूछताछ के लिए बांद्रा पुलिस स्टेशन लाया गया था. एक सूत्र ने कहा, "जबकि वह व्यक्ति संदिग्ध से 99 प्रतिशत मिलता-जुलता था, गहन पूछताछ और रिकॉर्ड की समीक्षा से पता चला कि वह वही व्यक्ति नहीं था, क्योंकि वह घटना के समय कहीं और था. बाद में उस व्यक्ति को छोड़ दिया गया."
फोरेंसिक सुराग
सैफ के घर की जांच करने वाली फोरेंसिक टीम ने आरोपी के कई फिंगरप्रिंट बरामद किए. इनकी जांच पुलिस रिकॉर्ड से की गई, लेकिन कोई मिलान नहीं मिला. एक अधिकारी ने कहा, "माफियागिरी जोरों पर है. क्राइम ब्रांच और बांद्रा पुलिस की करीब 40 टीमें मामले पर काम कर रही हैं. हम अन्य राज्य पुलिस विभागों के साथ फिंगरप्रिंट भी साझा कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि व्यक्ति उनके रिकॉर्ड में है या नहीं."
सीसीटीवी फुटेज से मिली जानकारी
पुलिस को संदेह है कि आरोपी ने मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया, क्योंकि विश्लेषण किए गए टावर डंप डेटा में कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं पाई गई. सैफ की बिल्डिंग की सीढ़ियों से लगे सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध व्यक्ति रात 1.37 बजे अपना चेहरा ढके हुए अंदर दाखिल होता है और 2.33 बजे अपना चेहरा खुला छोड़कर निकल जाता है. यह फुटेज पुलिस के लिए अब तक का सबसे अहम सुराग है. सूत्रों ने खुलासा किया कि आरोपी को हमले की सुबह बांद्रा में लिंक रोड के पास एक सीसीटीवी कैमरे में देखा गया था.
एक अधिकारी ने कहा, "मानव खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया है और हम सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध की मौजूदगी के आधार पर सुरागों का पता लगा रहे हैं. कई लोगों से पूछताछ की जा रही है, लेकिन आरोपी पेशेवर लगता है जो ज्यादातर कैमरों में साफ तौर पर कैद होने से बच गया."
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