Updated on: 02 December, 2024 10:36 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
शुभ-अशुभ की धारणाओं के बीच कांच की वस्तुओं को उपहार देने का विचार विशेष रूप से चर्चा का विषय है. यह लेख इसी परंपरा और मान्यता के पहलुओं को समझने की दिशा में एक प्रयास है.
Representational Image
भारतीय परंपरा और संस्कृति में उपहार का विशेष महत्व है. उपहार देने और लेने की प्रक्रिया न केवल रिश्तों को प्रगाढ़ बनाती है, बल्कि यह शुभकामनाओं और भावनाओं का आदान-प्रदान भी करती है. हालांकि, किसी वस्तु को उपहार में देने से जुड़े शुभ-अशुभ के विचार भी समय-समय पर सामने आते हैं. इन्हीं में से एक है कांच की वस्तु का उपहार.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
कांच की वस्तु का प्रतीकात्मक महत्व
कांच एक नाजुक और पारदर्शी सामग्री है, जो अक्सर सुंदरता और कोमलता का प्रतीक मानी जाती है. वास्तु शास्त्र और ज्योतिष के अनुसार, कांच को नकारात्मक ऊर्जा को प्रतिबिंबित करने और सकारात्मक ऊर्जा को प्रवाहित करने का गुणधर्मी माना जाता है. इसकी पारदर्शिता इसे स्पष्टता और सच्चाई का प्रतीक बनाती है. यही कारण है कि घरों में कांच की सजावटी वस्तुएं लगाई जाती हैं.
शुभता के पक्ष में तर्क
कांच की वस्तुओं को सुंदरता और स्टाइल का प्रतीक माना जाता है. सजावट के लिए दी जाने वाली कांच की वस्तुएं, जैसे कांच के फूलदान, झूमर, या शोपीस, उपहार के रूप में स्वीकार्य और लोकप्रिय हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार, सही दिशा में रखी गई कांच की वस्तुएं सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य लाने में सहायक होती हैं.
यदि उपहार देने वाला व्यक्ति सच्चे मन से इसे भेंट करता है, तो इसकी शुभता में वृद्धि होती है. विवाह, गृह प्रवेश, या जन्मदिन जैसे अवसरों पर कांच की वस्तुओं को भेंट देना इन अवसरों की शोभा बढ़ाता है और संबंधों में मिठास लाता है.
अशुभता के पक्ष में तर्क
कुछ लोगों के अनुसार, कांच की वस्तुएं उनकी नाजुकता और टूटने की प्रवृत्ति के कारण अशुभ मानी जाती हैं. टूटने पर यह दुर्घटनाओं का कारण बन सकती हैं और इसे रिश्तों में दरार का प्रतीक भी माना जाता है. विशेष रूप से, धार्मिक दृष्टिकोण से, कांच की वस्तुओं को हमेशा सावधानी से संभालने की सलाह दी जाती है.
इसके अलावा, यदि उपहार में दी गई कांच की वस्तु खंडित या दोषपूर्ण हो, तो इसे अशुभ संकेत माना जा सकता है. इसलिए इसे उपहार देने से पहले वस्तु की पूर्णता सुनिश्चित करनी चाहिए.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT