Updated on: 20 February, 2024 08:20 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
आईपीएल 2012 का फाइनल मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ कोलकाता नाइट राइडर्स आसानी से जीत नहीं पाई थी. केकेआर को आखिरी ओवर में 9 रनों की जरूरत थी.पहली दो गेंदों में दो रन ही आए थे.
गौतम गंभीर.
आईपीएल 2012 का फाइनल मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ कोलकाता नाइट राइडर्स आसानी से जीत नहीं पाई थी. केकेआर को आखिरी ओवर में 9 रनों की जरूरत थी.पहली दो गेंदों में दो रन ही आए थे. मनोज तिवारी के साथ शाकिब अल हसन उस समय बैटिंग कर रहे थे. 2013 के बाद मनोज तिवारी ने केकेआर का साथ छोड़ दिया. क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद मनोज तिवारी ने बताया कि उन्होंने केकेआर ने टीम क्यों छोड़ा.
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उन्होंने बताया कि मनोज तिवारी ने बताया कि गौतम गंभीर के साथ उनकी लड़ाई हो गई थी, हालांकि ये बात कभी बाहर नहीं आई. उन्होंने केकेआर छोड़ने का पूरा आरोप गौतम गंभीर पर डाल दिया. कहा कि अगर लड़ाई न हुई होती तो शायद टीम के लिए दो-तीन साल और खेल सकते थे.
अपने संन्यास के बाद मनोज तिवारी ने कहा, `केकेआर में जब मैं था तो गौतम गंभीर से मेरी लड़ाई हो गई थी. ड्रेसिंग रूम में हमारे बीच भयंकर लड़ाई हो गई थी, लेकिन यह बात कभी बाहर नहीं आई. केकेआर की टीम 2012 में चैंपियन बनी और मैंने टीम के लिए मुश्किल समय में विनिंग रन ठोके थे. इसके बाद मुझे टीम के लिए खेलने का एक साल और मौका मिला था.`
मनोज तिवारी ने आगे कहा, `अगर गंभीर के साथ 2013 में मेरी लड़ाई नहीं हुई होती, तो मैं शायद केकेआर के साथ दो-तीन साल और खेलता. इसका मतलब मेरा कॉन्ट्रैक्ट टीम के साथ बढ़ा होता और मुझे उतने पैसे दो-तीन साल तक मिले होते, मेरा बैंक बैलेंस कई गुणा ज्यादा होता, लेकिन मैंने इस तरह से कभी सोचा नहीं.`
38 साल के क्रिकेटर मनोज तिवारी ने रणजी ट्रॉफी 2024 से बंगाल की अगुवाई की और इसके बाद प्रोफेशनल क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया.
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