Updated on: 03 June, 2025 07:35 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर मौलाना अब्दुल अजीज इस्सर की कथित तौर पर मौत हो गई है. सोमवार को बहावलपुर में रहस्यमयी परिस्थितियों में मृत पाया गया.
जैश-ए-मोहम्मद (JeM) कमांडर मौलाना अब्दुल अजीज इस्सर (छवि: X)
पाकिस्तान में पनाह लिए आतंकियों को अज्ञात लोगों द्वारा मारे जाने की कई घटनाएं हो चुकी हैं. अब हाल ही में एक और आतंकी मृत पाया गया है. यह मौलाना आतंकी भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत को धमकी दे रहा था. पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के कमांडर मौलाना अब्दुल अजीज इस्सर की कथित तौर पर मौत हो गई है. सोमवार को जैश आतंकी अजीज पाकिस्तान के बहावलपुर में रहस्यमयी परिस्थितियों में मृत पाया गया. जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अजीज की मौत की खबर दी गई है. अजीज को उनके पैतृक गांव नूर अशरफवाला में दफनाया जाएगा. अजीज की मौत कैसे हुई, इसकी सटीक जानकारी नहीं मिल पाई है. दावा किया जा रहा है कि उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है. अजीज अपने भारत विरोधी रुख के लिए जाने जाते थे. ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी उन्होंने भारत के खिलाफ जहर उगला था.
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पाकिस्तानी अधिकारियों ने अभी तक अजीज की मौत की आधिकारिक घोषणा या स्वीकार नहीं किया है. मौलाना अब्दुल अजीज ने पिछले महीने भारत को धमकी देकर सुर्खियां बटोरी थीं. उन्होंने भारत पर हमला करने और देश को कई क्षेत्रों में विभाजित करने की धमकी दी थी. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने जिन शहरों पर हमला किया, उनमें बहावलपुर भी जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था. ऐसे में ऑपरेशन सिंदूर के बाद अजीज परेशान था.
अब्दुल अजीज पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के भक्कर जिले के अशरफवाल का रहने वाला था. वह लंबे समय से जैश से जुड़ा हुआ था और समूह के शीर्ष आतंकवादियों में से एक था. उसे भारत में कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है. मौलाना अजीज की मौत को जैश के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. हालांकि, पाकिस्तान की मीडिया, सेना और सरकार ने उसकी मौत पर चुप्पी साध रखी है. फरवरी में भी हुई घटनाएं कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि भारत के एक और दुश्मन का खात्मा हो गया है. आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) की राजनीतिक शाखा के प्रमुख मौलाना काशिफ अली की सोमवार 17 फरवरी 2025 को गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वाबी में हुई.
अज्ञात बंदूकधारियों ने काशिफ अली के घर पर हमला किया. काशिफ भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद का साला भी था. मौलाना काशिफ के परिजनों ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इलाके में उसकी किसी से दुश्मनी नहीं थी और हत्या के पीछे की वजह का पता नहीं चल पाया है. जिला पुलिस अधिकारी अजहर खान ने बताया कि इस मामले में तथ्यों का पता लगाने के लिए जांच चल रही है. काशिफ की पत्नी ने इस संबंध में एफआईआर भी दर्ज कराई है. आरोप है कि अज्ञात लोगों की गोलीबारी में उसका पति गंभीर रूप से घायल हो गया. इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई.
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