Updated on: 24 April, 2025 12:25 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
कांग्रेस कार्यसमिति ने इस बात पर भी जोर दिया कि आतंकवाद के विरुद्ध राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर एक राष्ट्रीय नीति की आवश्यकता है, जो ना केवल कड़े सुरक्षात्मक उपाय अपनाए, बल्कि शांति और स्थिरता की दिशा में भी ठोस प्रयास करे.
X/Pics, Supriya Shrinate
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में शोक और आक्रोश का माहौल है. इसी संदर्भ में गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी, जिसकी शुरुआत शहीदों को मौन श्रद्धांजलि देकर की गई. इस हमले को ‘कायराना’ बताते हुए कांग्रेस ने इसकी कड़ी निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग उठाई.
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बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने की. इस दौरान कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन सोनिया गांधी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित वर्किंग कमेटी के अन्य वरिष्ठ सदस्य उपस्थित रहे. बैठक में पहलगाम हमले पर गंभीर चर्चा की गई और जम्मू-कश्मीर में बार-बार हो रहे आतंकी हमलों को लेकर चिंता व्यक्त की गई.
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने बैठक में कहा कि यह हमला देश की संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा पर सीधा हमला है. पार्टी ने यह स्पष्ट किया कि ऐसे हमलों के खिलाफ देश को एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए और आतंक के सरपरस्तों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाना चाहिए. कांग्रेस ने सीमापार से हो रहे आतंकवाद के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की मांग की और सरकार से आतंकियों के गुनहगारों को जल्द सजा दिलाने की अपील की.
कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के कायराना हमले पर आज कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की महत्वपूर्ण बैठक में मृतकों को मौन रख श्रद्धांजलि दी गई
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) April 24, 2025
? नई दिल्ली
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कांग्रेस कार्यसमिति ने इस बात पर भी जोर दिया कि आतंकवाद के विरुद्ध राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर एक राष्ट्रीय नीति की आवश्यकता है, जो ना केवल कड़े सुरक्षात्मक उपाय अपनाए, बल्कि शांति और स्थिरता की दिशा में भी ठोस प्रयास करे.
बैठक के अंत में यह घोषणा की गई कि पहलगाम आतंकी हमले की गंभीरता को देखते हुए गुरुवार सुबह 11 बजे कांग्रेस कार्यसमिति की एक आपात बैठक पुनः आयोजित की जाएगी, जिसमें इस मुद्दे पर और विस्तृत रणनीति तय की जाएगी.
पार्टी नेताओं ने एक सुर में कहा कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और कांग्रेस देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए हरसंभव समर्थन और संघर्ष जारी रखेगी.
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