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जम्मू-कश्मीर में 2,897 गिरफ्तार, 15 महीनों में 1,978 ड्रग्स मामलों में 350 को हिरासत

Updated on: 12 April, 2025 03:26 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

उन्होंने कहा कि 1,514 मामले दर्ज किए परिणामस्वरूप 2,260 गिरफ्तारियां और 274 हिरासत में लिए गए.

प्रतिनिधित्व चित्र

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जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों में प्रवर्तन कार्रवाई में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, केंद्र शासित प्रदेश में 15 महीने की अवधि में 1,978 नशीली दवाओं से संबंधित मामलों में 2,897 गिरफ्तारियां और 350 हिरासत में लिए गए हैं. एक न्यूज  रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि अकेले 2024 में 1,514 मामले दर्ज किए गए, जिसके परिणामस्वरूप नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत 2,260 गिरफ्तारियां और 274 हिरासत में लिए गए. 

रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, "2025 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) के लिए, 464 मामले दर्ज किए गए, जिसके परिणामस्वरूप 637 गिरफ्तारियां और 76 हिरासत में लिए गए." अधिकारियों ने वाणिज्यिक मात्रा में नशीले पदार्थों से जुड़े मामलों में ड्रग डीलरों की 12 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की. अधिकारियों ने कहा कि नशीली दवाओं के खतरे से निपटने और इस मुद्दे पर लोगों में जागरूकता बढ़ाने के प्रयास जारी हैं. उन्होंने कहा कि 2023-2024 में 273 एकड़ भूमि पर अफीम की फसल और 1,642 एकड़ भूमि पर भांग की फसल नष्ट कर दी गई. 


इसके अलावा, जिलों में 1,900 से अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें कुपवाड़ा और हंदवाड़ा में 347 कार्यक्रम सबसे आगे रहे. उन्होंने कहा कि 2022 से अब तक 4,267 अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए 195 सत्र आयोजित किए गए हैं, 2024 में 27 विभागीय जांच शुरू की गई, जिसके परिणामस्वरूप 16 दंड दिए गए. रिपोर्ट के अनुसाए उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में लगभग 20 उपचार सुविधाएं चालू हैं, जिनमें 2025 की पहली तिमाही में 2,332 नए मरीज और 77,382 अनुवर्ती दौरे दर्ज किए गए. 


अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और समाज कल्याण विभागों ने 2024 में 1,762 नए बाह्य रोगी मामले और 450 रोगी भर्ती होने की सूचना दी है, साथ ही कुलगाम, शोपियां, पुलवामा और गंदेरबल जिलों में सेवाओं का विस्तार करने की योजना बनाई है. रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने बताया कि नरम रुख अपनाने वाली फार्मेसियों के खिलाफ नियामक कार्रवाई में 2025 में 22,379 लाइसेंसों की समीक्षा करना शामिल है.


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