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मुंबई में आज अमित शाह, बंद कमरे में होंगी बैठकें

Updated on: 27 May, 2025 04:08 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

दोपहर में शाह स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर की 60वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में मुख्य व्याख्यान देंगे. यह कार्यक्रम मुंबई विश्वविद्यालय के सर कावसजी जहांगीर हॉल में आयोजित किया जाएगा.

अमित शाह. तस्वीर/पीटीआई

अमित शाह. तस्वीर/पीटीआई

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को मुंबई में हैं, जहां वे महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे. अपनी यात्रा की शुरुआत करते हुए शाह माधवबाग में श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर की 150वीं वर्षगांठ समारोह में शामिल होंगे. इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के भी मौजूद रहने की उम्मीद है. दोपहर में शाह स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर की 60वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में मुख्य व्याख्यान देंगे. यह कार्यक्रम मुंबई विश्वविद्यालय के सर कावसजी जहांगीर हॉल में आयोजित किया जाएगा.

शाह की मुंबई यात्रा में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और महायुति गठबंधन सहयोगियों के साथ बंद कमरे में बैठकें भी शामिल हैं, क्योंकि पार्टी महत्वपूर्ण बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनावों से पहले रणनीति बना रही है. मंगलवार दोपहर बाद उनके दिल्ली लौटने की उम्मीद है. मुंबई पहुंचने से पहले शाह सोमवार को नागपुर में थे, जहां उन्होंने राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में कैंसर रोगियों और उनके परिवारों के लिए आवासीय सुविधा स्वस्ति निवास की आधारशिला रखी. बाद में वे मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ गए, जहां उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री वसंतराव नाइक की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया. शाह ने क्षेत्र में कुछ भाजपा कार्यालयों का भी उद्घाटन किया, जहां बंजारा समुदाय के सदस्यों ने उनका स्वागत किया.


नांदेड़ में एक सार्वजनिक संबोधन के दौरान, शाह ने शिवसेना (यूबीटी) पर कटाक्ष किया, जिसमें पार्टी पर आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों को कमतर आंकने का आरोप लगाया. ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए उन्होंने टिप्पणी की: "अगर बालासाहेब ठाकरे जीवित होते, तो वे ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाते."


उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख को उजागर करने के लिए 33 वैश्विक राजधानियों में भेजे गए सरकार के बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों को महज "बारात" (शादी का जुलूस) कहने के लिए उद्धव सेना की आलोचना की. शाह ने कहा, "मुझे समझ में नहीं आता कि उद्धव सेना को क्या हो गया है. वे इन प्रतिनिधिमंडलों को `बारात` कह रहे हैं, जबकि उनके अपने सदस्य इसका हिस्सा हैं." केंद्रीय गृह मंत्री का दो दिवसीय महाराष्ट्र दौरा आगामी निकाय और विधानसभा चुनावों से पहले राज्य भर में अपनी स्थिति मजबूत करने के भाजपा के प्रयासों को रेखांकित करता है.


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